9-2-11

का पता बदल गया है। यहाँ पर जारी:

http://devanaagarii.net/hi/alok/blog/

अलबत्ता, पुराने लेख यहीं मिलेंगे:

गुरुवार, जून 19, 2003 19:40
 
कॉङ्क्वरर की भी खोजबीन करनी है, सुना है कि क्यू टी 3.2 में देवनागरी के लिए अच्छा जुगाड़ है।
 
मुबारक हो, बाल्सा चल पड़ा, और समाचारपाठक पॅन भी। अब तो सब कुछ जम चुका है, बस केवल ब्राउज़र में --enable-ctl करके देवनागरी प्रदर्शन ठीक करना है। यानी मोजिला में। वैसे मोज़िला का रिलीज़ कॅण्डिडेट 2 प्रकाशित हो चुका है।
सोमवार, जून 16, 2003 18:37
 
लगता है बाल्सा का नया उद्धरण लेना पड़ेगा। मिलन लगाने के बाद गॅडिट तो सही चल रहा है देवनागरी के साथ लेकिन बाल्सा 1.2.4 नहीं चलता, जो कि रॅड हॅट 8 के साथ आता है।
शायद बाल्सा 2.0 ठीक से चले, कम से कम गूगल भइया तो यही कह रहे हैं।
हाँ, मिल गया, 15 सितम्बर 2002 के बाल्सा 2.0.2 से देवनागरी ठीक हुई है। अभी का बाल्सा तो 2.0.9 है। तो आज का काम तय हो गया, नए बाल्सा को संस्थापित करना।
चलो भइया हो जाएँ नौ दो ग्यारह।
शुक्रवार, जून 13, 2003 02:11
 
मिलन पर आजकल खोजबीन चल रही है। अभी तक तो रॅड हॅट 7.1 पर इण्डिक्स का इस्तेमाल कर रहा था, लेकिन उसमें मोटे व तिरछे अक्षर नहीं आते। तो सोचा कि ग्नोम 2 पर जो पॅङ्गो है उसका इस्तेमाल कर के देखा जाए। अभी स्थापित तो कर दिया है लेकिन हिन्दी के कुञ्जीपटल पर पहुँचने के बजाय एक त्रुटि देता है। कहीं यह इण्डिक्स संस्थापन का कोई अवशेष तो नहीं जो कि ठीक करना पड़ेगा? देखते हैं, 2 बज कर 20 मिनट हो गए यानी नौ दो ग्यारह होने का समय आ गया।
बुधवार, जून 04, 2003 10:10
 
बड़े दिनों बाद एक दोस्त से चिट्ठी आई, यानी कि विपत्र, कागज़ी चिट्ठी कौन लिखता है आजकल? तो पता चला उसकी शादी होने वाली है। तो बढ़िया है। लेकिन लगा कि बहुत समय हो गया है, मेरे सी डॅक के कोर्स को किए हुए। चार साल से भी ज़्यादा। अब तो कुछ और नया करना चाहिये। पिछले कुछ महीनों से ज़िन्दगी थमी थमी सी लग रही है, जैसे कि कुछ होने के इन्तज़ार में और सब चीज़ों को थाम दिया हो। देखते हैं कि आगे क्या होता है। नौ दो ग्यारह होने के पहले कुछ तो करना ही पड़ेगा न।

सोमवार, जून 02, 2003 23:10
 
चलिए लिखते हैं ब्लॉग, बड़ा समय हो गया है।
मैंने रॅड हॅट 7.1 से 8.0 को बढ़ने की कोशिश की तो ऐसा लफ़ड़ा हुआ कि अब आई पी तो पिङ्ग होते हैं लेकिन डोमेन नाम विश्लेषण नहीं होता। यानी कि जाल से बिल्कुल कटे हुए।
खैर बहुत हाथ पैर मारने पर पता चला कि आई पी टेबल्स और आई पी चेंस का कुछ गड़बड़झाला है। 7.1 में आई पी चेंस था, और 8.0 में सभी स्क्रिप्ट आई पी टेबल्स के हिसाब से हैं, लेकिन क्योंकि पहले से आई पी चेंस था इसलिए आई पी टेबल्स संस्थापित न हो के आई पी चेंस का ही नया उद्धरण स्थापित हो गया। मगर सारी स्क्रिप्ट, जैसे कि ifup और ifup-post तो आई पी टेबल्स वाली हैं! तो फँस गए न।
अन्त में जा के एक जगह से पता चला है कि आई पी टेबल्स मॉड्यूल्स को स्थापित करना पड़ेगा। उसके लिए रॅड हॅट 8.0 की सी डी फिर से चाहिए होगी। यानी 2 दिन और गए। हद होती है।

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